आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी की पुण्यतिथि पर इंडियन प्रेस में संगोश्ठी
हज़ारी प्रसाद द्विवेदी जी की पुण्यतिथि 21 दिसंबर 2023
प्रयागराज, इंडियन प्रेस के सभागार में आयोजित हुई गोष्ठि
गोष्ठि में प्रयागराज के साहित्य प्रेमियों के साथ नरेंद्र सिंह गौर भी उपस्थित रहे।
महावीर प्रसाद द्विवेदी का जन्म सन् 1864 ई. में उत्तर प्रदेश के रायबरेली ज़िले के दौलतपुर गाँव में हुआ था। इनके पिता का नाम रामसहाय द्विवेदी था। कहा जाता है कि उन्हें महावीर का इष्ट था, इसीलिए उन्होंने अपने पुत्र का नाम महावीर सहाय रखा।
शिक्षा
महावीर प्रसाद द्विवेदी जी की प्रारम्भिक शिक्षा गाँव की पाठशाला में ही हुई। प्रधानाध्यापक ने भूल से इनका नाम महावीर प्रसाद लिख दिया था। हिन्दी साहित्य में यह भूल स्थायी बन गयी। तेरह वर्ष की अवस्था में अंग्रेज़ी पढ़ने के लिए यह रायबरेली के ज़िला स्कूल में भर्ती हुए। यहाँ संस्कृत के अभाव में इनको वैकल्पिक विषय फ़ारसी लेना पड़ा। इन्होंने इस स्कूल में ज्यों-त्यों एक वर्ष काटा। उसके बाद कुछ दिनों तक उन्नाव ज़िले के 'रनजीत पुरवा स्कूल' में और कुछ दिनों तक फ़तेहपुर में पढ़ने के बाद यह पिता के पास बम्बई चले गए। बम्बई में इन्होंने संस्कृत, गुजराती, मराठी और अंग्रेज़ी का अभ्यास किया।
महावीर प्रसाद द्विवेदी की रचनाएं
रचनाएँ- द्विवेदी जी की मुख्य रचनाएँ निम्नलिखित हैं
(क) मौलिक रचनाएँ-अद्भुत-आलाप, रसज्ञ रंजन-साहित्य-सीकर, विचित्र-चित्रण, कालिदास की निरंकुशता, हिन्दी भाषा की उत्पत्ति, साहित्य सन्दर्भ आदि।
(ख) अनूदित रचनाएँ- रघुवंश, हिन्दी महाभारत, कुमारसम्भव, बेकन विचारमाला, किरातार्जुनीय शिक्षा एवं स्वाधीनता, वेणी संहार तथा गंगा लहरी आदि आपकी प्रसिद्ध अनूदित रचनायें हैं।
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Reviewed by Janhitmejankari Team
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December 21, 2023
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